कांग्रेस के जिला सम्मेलन में खुल के सामने आई गुटबाजी। मंच से ही कांग्रेस पीसीसी के सदस्य और गदरपुर से कांग्रेस के विधायक प्रत्याशी नें जताई अपनी नाराजगी।
उधमसिंह नगर के रुद्रपुर में आज कांग्रेस नें जिला सम्मेलन का आयोजन किया,कांग्रेस के समर्थक भी जुटे पर मंच से आपसी मतभेद और गुटबाजी प्रत्यक्ष रूप से देखी गई।
जहाँ एक तरफ जिला अध्यक्ष हिमांशु गाबा सभी के एकजुट होने का दावा करते दिखे तो वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता किच्छा से विधायक और पूर्व में कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे तिलकराज बेहड आयोजन से दूर दिखे। जहाँ एक तरफ कांग्रेस के कुछ नेताओं नें मंच बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोला तो वहीं गदरपुर विधानसभा से विधायक प्रत्याशी और प्रदेश कांग्रेस पीसीसी के सदस्य और वरिष्ठ नेता प्रेमानन्द महाजन नें मंच से अपने साथ हुए तिरस्कार और बंगाली समाज की अनदेखी का भी आरोप लगा दिया।
तो वहीं मंच पर जहाँ सभी प्रकोष्ठ के नेताओं को जगह दी गई थी तो वहीं अल्पसंख्यक मोर्चा के किसी भी पदाधिकारी को मंच पर जगह नहीं दी गई जिस पर रुद्रपुर से कांग्रेस के अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता परवेज कुरैशी नें तो यहाँ तक आरोप लगा दिया कि कांग्रेस भी अब मुसलमानो से दूरियाँ बनाती दिख रही है जिसका प्रमाण आज मंच से देखने को मिला। परवेज कुरैशी नें यहाँ तक कह दिया की लगता है कांग्रेस नें उन्हें वोट बैंक की तरह ही यूज़ किया है और आज जिस तरह से अल्पसंख्यक समुदाय की अनदेखी की है वो कहीं ना कहीं अब जिला कांग्रेस के नेताओं की मानसिकता दर्शा रही है। जिसका असर आने वाले चुनावों में देखने को मिलेगा।
रही सही कसर कांग्रेस के निवर्तमान पार्षद मोहन खेड़ा और महानगर अध्यक्ष सी पी शर्मा नें पूरी कर दी जहाँ सम्मेलन में आए पत्रकारों से बदसलूकी की गई तो वहीं सभी पत्रकारों नें भी प्रेस कॉन्फ्रेंस का बहिष्कार कर दिया…जिसका असर ये हुआ की कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पत्रकारों के विरोध को झेलते दिखे और अपनी बात बिना कहे ही सम्मेलन पूर्ण होने पर चले गए। पत्रकारों से बद सलूकी कांग्रेस को इतनी भारी पड़ी की विरोध के बाद मोहन खेड़ा मुँह छुपाते नजर आए। सभी सीनियर नेतृत्व से बचते दिखे। पत्रकारों को जहाँ जिलाध्यक्ष हिमांशु गाबा, यशपाल आर्या, और प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा मनाते दिखे और माफ़ी मांगते दिखे तो वहीं सभी पत्रकारों नें पत्रकार एकता जिंदाबाद और प्रेस कॉन्फ्रेंस के बहिष्कार के नारे लगाते हुए उन सभी को मुँह लटकाये आयोजन से जाने पर मजबूर कर दिया।
कुल मिलाकर कांग्रेस की अंदरूनी कलह आगामी चुनावों में कितना और नुकसान खुद कांग्रेस को पंहुचायेगी वो देखने लायक होगा।