बड़ी खबर🔴 : क्या अपने कार्यकाल के आँखरी दिनों में अपनी कसम पूरी होने के बाद बैठेंगे अपनी कुर्सी पर मेयर रामपाल सिंह!

Share Now

यूँ तो आम तौर पर हम लोग ना जाने कितनी कसमें अपनों के सामने लेते हैं और उन कसमो को निभाने के लिए सब कुछ जी जान से लग जाते हैं। पर जब कसमो और वादों की बात नेताओं की आती है पर कसमें और वादे कर के भूल जाना नेताओं के लिए आम बात है। लेकिन आज उस धारणा को गलत साबित करते हुए रुद्रपुर नगर निगम के मेयर और शहर के प्रथम नागरिक मेयर रामपाल सिंह इस शहर की आम जनता से किए हुए अपने प्रण को पूरा करते हुए अब अपने कार्यकाल के आंखरी समय में अपनी कुर्सी पर बैठेंगे।

बात 2018 रुद्रपुर नगर निगम के चुनावों की है जब बीजेपी के मेयर चुने गए मेयर रामपाल ने उनको मिले आम जन के समर्थन के बाद इस शहर में रहने वाली सबसे गरीब जनता जो इन बस्तीओ में रहती है फिर चाहे वो खेड़ा हो, रमपुरा हो,कैम्प हो, से एक ऐसा वादा कर बैठे थे जो समस्या तो पूरे प्रदेश की थी पर उस वादे के निभाने की ज़रूरत सबसे ज्यादा रुद्रपुर शहर में रहने वाली आधे से ज्यादा जनता को थी। रुद्रपुर शहर की बस्तियों में शहर की आधे से ज्यादा गरीब जनता रहती है और यहाँ रहने वाले लोगों को उनके घर का मालिकाना हक दिलाने के लिए मेयर बनने के बाद रामपाल सिंह ने अपनी सीट पर तब तक ना बैठने की कसम खाई थीं जब तक इन गरीब लोगों को नज़ूल की भूमि पर मालिकाना हक ना मिल जाए। और इसीलिए पिछले साढ़े चार साल से भी ज्यादा के कार्यकाल में कभी भी मेयर रामपाल अपनी अधिकृत कुर्सी पर नहीं बैठे। पर जनमानस की समस्यायों के लिए हमेशा तत्पर दिखे।

कुर्सी पर रखा मेयर रामपाल सिंह का संकल्प पत्र

आज उत्तराखंड सरकार के द्वारा नजूल की भूमि पर रहने वाले लाखों लोगों के लिए अध्यादेश लाने के बाद और गरीब लोगों को जो 50 वर्ग मीटर से नीचे के घरों में रहते हैं उन्हें निशुल्क उनके घरों का मालिकाना हक मिलने के आदेश के बाद मेयर रामपाल की कसम की पूर्ति होती दिख रही है। और हो सकता है आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उन्हें निगम के उनके नए कार्यालय में उन्हें उनकी कुर्सी पर बैठा कर मेयर रामपाल को उनकी प्रतिबद्धता का इनाम दें।


Share Now