चंडीगढ़। पंजाब में इन दिनों खालिस्तान की मांग को लेकर ‘वारिस पंजाब दे’ के मुखिया अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगी हंगामा मचाए हुए हैं। अजनाला जेल के बाहर बड़े बवाल के बाद पाकिस्तान पंजाब सरकार को लवप्रीत सिंह को रिहा करने पर मजबूर होना पड़ा। अब पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का अजनाला हिंसा मामले को लेकर एक बार फिर बयान सामने आया है। सीएम मान एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे इस दौरान उनसे अजनाला हिंसा और खालिस्तान के नारे लगाने को लेकर सवाल किया गया जिसका जवाब देते हुए सीएम ने कहा कि 1 हजार लोगों को पूरा पंजाब नहीं माना जा सकता। कुछ लोग है जिन्हें विदेशों से और पाकिस्तान से फंडिग होती है, जिससे उनकी दुकानें चल रही हैं।
आपको बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अजनाला घटना को लेकर ट्वीट के जरिए अमृतपाल सिंह पर भी निशाना साधा था। उन्होंने ट्वीट में लिखा था कि गुरु ग्रंथ साहिब जी को ढाल बनाकर पुलिस थानों तक ले जाने वाले पंजाब और पंजाबियत का वारिस बोले जाने के लायक भी नहीं है।
#WATCH | In wake of the recent turmoil in Punjab regarding Khalistani sympathiser Amritpal Singh & his supporters, CM Bhagwant Mann says, "Do you consider 1000 people, Punjab? It's just a few people funded by foreign, by Pakistan…Their masters want to disturb Punjab…" (26.02) pic.twitter.com/fPoroeM9sZ
— ANI (@ANI) February 27, 2023
गौरतलब है कि अजनाला हिंसा को लेकर पंजाब सरकार विपक्ष के सवालों के घेरे में आ गई है। जहां एक तरफ राजनीति पार्टियों द्वारा घटना को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए जा रहे है वही सिख संगठनों द्वारा भी अमृतपाल सिंह की निंदा की जा रही है। साथी लवप्रीत सिंह तूफान को पुलिस हिरासत से छुड़ाने के लिए जिस तरह अमृतपाल सिंह ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप को ढाल बनाया था, उसको लेकर सिख संगठनों में आक्रोश की स्थिति बनी हुई है।