हेल्थ टिप्स ::- टिंडे की सब्जी का उत्पादन सबसे ज्यादा एशियन कंट्री में होता है। गर्मियों में टिंडा का सेवन जरूर करना चाहिए। क्योंकि यह शरीर में होने वाली पानी की कमी को दूर करता है। साथ ही टिंडा में विटामिन ए, रिबोफाल्विन, विटामिन सी, आयरन, पोटैशियम और नियासिन जैसे तत्व भरपूर रूप से होते हैं। इतना ही नहीं, इसके बीज भी कद्दू के बीजों की तरह फायदेमंद होते हैं। यह फाइबर और ओमेगा-6 फैटी एसिड से भरपूर होता है। में
डायबिटीज रोगियों के लिए लाभकारी है टिंडा
टिंडे में कैलोरी की मात्रा बहुत ही कम होती है। साथ ही इसमें फाइबर की अधिकता होती है, जो डायबिटीज रोगियों के लाभाकारी साबित होता है। यह शरीर से शर्करा को अवशोषिक कर शुगर को कंट्रोल करता है। टिंडे के छिल्कों में फोटोकेमिकल मौजूद होता है, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में लाभकारी होता है। इसलिए डायबिटीज रोगियों को टिंडा का छिलका खाने की सलाह दी जाती है।
रोग- प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए- टिंडा रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है इसलिए इसका सेवन सप्ताह में दो से तीन बार जरूर करें। टिंडे में ग्लोबुलिन नामक प्रोटीन पाए जाते हैं जो कि रक्त में भी होते हैं और यह बीमारियों से लड़ने में सहायता करते हैं। चिकित्सक रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए टिंडे के बीजों को खाने की सलाह भी देते हैं क्योंकि बीजों में भी फैटी एसिड और प्रोटीन पाए जाते हैं।
मधुमेह के लिए- टिंडे में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है। इस कारण मधुमेह के रोगियों के लिए यह बहुत फायदेमंद साबित होती है। टिंडा शर्करा के अवशोषण को नियंत्रण में रखकर उसके स्तर को कम करता है। टिंडे के छिलके में फोटोकेमिकल होते हैं जो रक्त शर्करा को कम करने में मदद करता है। ताजा टिंडे की सब्जी बनाकर खाना मधुमेह के मरीजों के लिए बहुत लाभदायक है।
स्किन के साथ ही बालों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है टिंडा। इसमें विटामिन्स और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होते हैं जो स्कैल्प में होने वाली खुजली और ड्राईनेस को दूर कर डैंड्रफ की समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। साथ ही हेयर फॉलिकल्स को सुरक्षित रखकर बालों को लंबा और मजबूत बनाने में भी मदद करता है।