गुजरात के मोरबी में रविवार को देर शाम एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें मच्छु नदी में बना केबल पुल टूटने से पुल में मौजूद कई लोग नदी में जा गिरे, जिनमे से अब तक 130 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए।बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त करीब 400 से 500 लोग पुल पर मौजूद थे।
वहीं, सरकार ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए इसकी SIT जांच के आदेश दे दिए हैं।मोरबी हादसे की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. आईएएस राजकुमार बेनीवाल की अध्यक्षता में कमेटी हादसे की जांच करेगी।
यह पुल करीब 100 साल पुराना बताया जा रहा है और कुछ दिन पहले ही इसकी मरम्मत कराई गई थी। मरम्मत के बाद 5 दिन पहले ही इसे आम जनता के लिए फिर से खोला गया था।
पुल गिरने की घटना के बाद बड़े पैमाने पर राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है। नेवी और एयर फोर्स की टीमों को मौके के लिए रवाना किया गया है।आईएनएस वलसुरा को रेस्क्यू बोट, मरीन कमांडो और तैराकों के साथ मौके के लिए भेजा गया है।
हादसे के बाद गुजरात सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. हादसे से जुड़ी जानकारी के लिए 02822243300 नंबर पर कॉल कर पता किया जा सकता है।
मुआवजे का ऐलान
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवार के लिए 4-4 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने का ऐलान किया है।
वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री और अन्य अधिकारियों ने मोरबी में हुई दुर्घटना के संबंध में बात की है, इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरबी हादसे में जान गंवाने वालों में से प्रत्येक के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।