रुद्रपुर – कहीं दोनों हाथों में लड्डू की राजनीती तो नहीं करते हैं रुद्रपुर के व्यापारी नेता जी

Share Now

रुद्रपुर के व्यापारी नेता जी कई बार सुर्खियों में बने रहने के लिए सीधा प्रशासन से भिड़ते नजर आते हैं। नेता जी कई बार भोले भाले व्यापारियों के कंधो पर बंदूक रख कर अपनी राजनीती चमकाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ते। शहर में कल मुख्यमंत्री धामी का रोड शो कई दिनों से प्रस्तावित था जिसके चलते ग़ल्ला मंडी से गाँधी मैदान तक मुख्यमंत्री धामी के रोड शो की घोषणा जिला प्रशासन कई दिनों पहले कर चुका था और उसी की तैयारीयों में सभी अधिकारी दिन रात एक कर रहे थे। और उसी को लेकर मुख्यमंत्री के स्वागत में बाजार में कई जगह स्वागत स्थल बनाए गए थे जहाँ सभी समाज की महिलाओं द्वारा मुख्यमंत्री धामी का स्वागत भी किया जाना था।

पर हर बार की तरह इस बार भी व्यापारी नेता जीकुछ भोले भाले व्यापारियों को भड़का कर अपनी राजनीती चमकाने के लिए सीधा प्रशासन से भिड़ते दिखे । उन स्वागत स्थलों पर सवाल उठाते दिखे पर वहीं जब दिवाली के समय उन गलियों को बंद कर दिया गया था तब उस समय उन्होंने आवाज नहीं उठाई ये सवाल वो नहीं उठाते जब त्योहारों पर कई व्यापारियों द्वारा रोड तक अतिक्रमण किया जाता है और पूरे बाजार में जाम की इस्तिथि बन जाती है तब वो आवाज क्यू नहीं उठाते ये भी सवाल खड़े होते हैं। आए दिन बाजार में जाम की इस्तिथि रहती है दुकानों के आगे कई दुकानदार 200-500 rs में फुटकर दुकानों को जगह देकर बाजार में जाम की इस्थिति पैदा कर देते हैं तब कोई आवाज क्यू नहीं उठाते। क्या उन फुटकर दुकानों की वजह से मुख्य व्यापारियों की दुकानदारी पर फर्क नहीं पड़ता? कहीं ग्राहक इसी जाम की इस्तिथि से बचने के लिए तो ऑनलाइन शॉपिंग की तरफ नहीं बढ़ रहा ये इसका एक बहुत बड़ा कारण भी है पर नेता जी इस और कोई कदम नहीं उठाते। सवाल कई हैं जिन्हें व्यापारियों को आज नहीं तो कल समझना होगा पर नेता जी कभी भी सही मुद्दों पर ना तो सवाल उठाते हैं और ना हीं वास्तविक समस्यायों पर व्यापारियों का मार्गदर्शन करते हैं।

बाजार के पास कई ऐसे स्थल (छोटे छोटे पार्क हैं) जहाँ फुटकर व्यापारियों को बैठाया जा सकता है जिससे मुख्य व्यापारी खुल कर अपने ग्राहकों का स्वागत कर सकता है और अपने व्यापार को कई गुना बड़ा सकता है।पर शायद नेता जी इन अहम मुद्दों से दूर केवल अपनी राजनीती चमकाने में विश्वास करते हैं। सवाल ये भी है जब कई दिनों से सभी को पता है की मुख्यमंत्री का रोड शो होना है तो क्या आम जनता को ये नहीं मालूम की बाजार में भीड़ होना तय है वो खुद ऐसी इस्तिथि में क्या बाजार में आने से नहीं बचता फिर क्यू व्यापारियों को भड़काके नेता जी अपनी राजनीती चमकाने में लग जाते हैं? सवाल ये भी उठता है जब मुख्य ग्राहक जो की किसी घर की महिला ही होती है वो ही इस कार्यक्रम में आने वाली है तो फिर ऐसा कौन सा अलग ग्राहक है जो बाजार में आने वाला था जिसको प्रशासन नें रोका होगा जिसके आरोप नेता जी पुलिस प्रशासन पर लगा रहे थे। जबकि इस्तिथि इसके उलट भी है कार्यक्रम ख़तम होने के बाद जिले भर से आई महिलाओं को रुद्रपुर की बाजार में घूमने और समान खरीदने का मौका भी मिला क्या ये व्यापारियों के लिए कोई अवसर नहीं? फिर 1-2 घंटे के कार्यक्रम को असफल और व्यवस्था को खराब करने की कोशिश नेता जी क्यू करते दिखे?

वहीं अपनी राजनीती चमकाने के बाद नेता जी मुख्यमंत्री के स्वागत की बात करते दिखे इसे दोहरा चरित्र ना कहें तो क्या कहें.पुलिस प्रशासन एक तरफ इतने बड़े कार्यक्रम की व्यवस्थाओ को सँभालने में अपनी ऐड़ी छोटी का जोर लगाए हुआ था तो नेता जी दूसरी तरफ उनसे अपनी मान मुनव्वल करवाने में। क्या नेता जी व्यापारियों को कई मुद्दों पर बरग़ला कर माहौल खराब करने की इस्तिथि पैदा नहीं करते सवाल कई हैं पर भोले भाले व्यापारी कई बार अपने दोनों हाथों में लड्डू ले कर चलने वाले नेता जी की चतुराई को समझ नहीं पाते।


Share Now