
28 जुलाई को त्री स्तरीय चुनाव के मतदान होते ही जहाँ अब पूरे प्रदेश में कयासों और प्रयासों का दौर शुरू हो चुका है। कौन जीतेगा और कौन जिला पंचायत अध्यक्ष की गद्दी के लिए करेगा गठजोड़। पंचायत चुनाव की घोषणा होते ही जहाँ जि. प. स. सीट पर दोनों ही पार्टियों नें पूरे प्रदेश की समस्त सीटों पर कुछ स्थानों को छोड़ कर अपने समर्थित प्रत्याशीयों की लिस्ट जारी की पर ऊधमसिंह नगर में कुछ ऐसा देखने को मिला जिसने पूरे प्रदेश में चर्चाओं के बाजार को गर्म कर दिया। जब 20 साल से ऊधम उधम सिंह नगर के जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट पर काबिज गंगवार परिवार को एक बड़ा झटका लगा और बीजेपी ने बरा ( भंगा )सीट पर अपना कोई भी समर्थित प्रत्याशी नहीं उतारा और उसे ओपन छोड़ दिया। जहां गंगवार परिवार बीजेपी से टिकट की उम्मीद लगाए बैठा था पर वही उनको बरा ( भंगा) से समर्थित टिकट न मिलने के बाद उधम सिंह नगर जिला पंचायत की अध्यक्ष की कुर्सी में गंगवार परिवार के वर्चस्व के खात्मे की ओर उंगलियां उठनी शुरू हो गई और यह कयास लगाए जाने लगे कि इस बार शायद गंगवार परिवार के लिए परिस्थितियों उतनी अनुकूल नहीं रहने वाली।

गंगवार परिवार में जहां न केवल भंगा सीट से निर्दलीय दावेदारी ठोकी वही भंगा सीट पर पूरे प्रदेश के लोगों की नजर बनी हुई है। 31 जुलाई को आने वाले परिणाम जहां कई प्रयासों पर अंकुश लगा देंगे तो वही कई लोगों की अपेक्षाओं को धराशाई भी करने वाले हैं. पर जिस तरीके से आज जिले के मुखिया मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने गृह क्षेत्र खटीमा पहुंचे और वहां पर उनसे मिलने नि वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष रेनू गंगवार के पति सुरेश गंगवार भी उनसे मिलने पहुंचे और उनके मुख्यमंत्री धामी से मुलाकात की तस्वीर जैसे ही वायरल हुई वैसे ही फिर कयास लगाए जाने लगे कि अभी भी गंगवार परिवार किसी भी मामले में किसी से भी कम नहीं है। हालांकि राजनीतिक पंडित और उनके विरोधी गंगवार परिवार के वर्चस्व को किसी भी कीमत पर नकारने की भूल नहीं करने वाले। भले ही भाजपा ने गंगवार परिवार को समर्पित प्रत्याशी न बनाया हो पर बावजूद उसके जिस तरीके से भंगा सीट पर हरियाणवी डांसर और सिंगर सपना चौधरी की सभा हुई और एक पूरी रैली निकाली और उसमें प्रशासन के जो इंतजाम थे उसे साफ लग गया था कि कहीं ना कहीं आज भी गंगवार परिवार पर आला कमान की नजरे पूरी तरीके से इनायत हैं।
मतदान खत्म होते ही जहां प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी के खटीमा आवास पर सुरेश गंगवार ने मुख्यमंत्री धामी से मुलाकात की वहीं इसके कई मायने भी निकाले जाने शुरू हो चुके हैं। हालांकि अभी परिणाम आने में 2 दिन बाकी है बावजूद इसके सुरेश गंगवार ने अपनी राजनीतिक पकड़ को फिर दर्शा दिया है और 31 तारीख को आने वाले परिणामों के बाद यह देखना और भी दिलचस्प होगा कि उधम सिंह नगर जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर गंगवार परिवार का फिर एक बार कब्जा होगा या इस बार कोई नया दावेदार बनकर उभरेगा।

