राजकीय मेडिकल कॉलेज में बीते 15 दिसंबर को परीक्षा थी इस दौरान सभी छात्रों के मोबाइल जमा कर दिए थे। जब सभी छात्र पेपर देकर अपना फोन लेने गए तो इस दौरान एक छात्र मोबाईल फोन चोरी हो गया। जब सीसीटीवी फुटेज चेक किए तो एक सीनियर प्रोफेसर साहब जो कि कॉलेज में करीब 10 वर्षो से कार्यरत है वह फोन ले जाते हुए दिखाई दिए। जब प्रो. का कमरा देखा गया तो वहाँ से 30 फोन मिले जिस पर सभी लोग दंग रह गए। जब इस मामले में प्रचार्य सस्थान के अधिकारियों ने प्रो. बात की तो उन्होंने इस बात से साफ इंकार कर दिया। प्रो. से कहा गया की वह फोन ले जाते हुए कैमरे में साफ नजर आ रहें है तो भी उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया। उनके कमरे से जब 30 फोन मिले तो प्रो. ने बताया कि वह सारे फोन उनके ही है । जिसके बाद छात्र को फोन लेने के लिए बुलाया तो छात्र अपने फोन को पहचान गया। प्रो. ने छात्र के फोन को फॉर्मेट भी कर दिया था। इतना ही नही बल्कि प्रो. पर क्लास में न पढ़ाने व आवश्यक मैसेज भेजने का भी आरोप लगा है। जिस पर कॉलेज प्रबंधन से प्रोफेसर पर लगे सभी आरोपों की जांच के लिए कमेटी बैठा दी है।