हेल्थ टिप्स ::- गर्मी बढ़ते ही डेंगू फीवर के मामले सामने आने लगते हैं। डेंगू बूखार एक तरह का वायरस है जो एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। इस बुखार में लापरवाही बरती जाए तो ये लापरवाही जानलेवा हो सकती है। बरसात के महीने में डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी होती है इसलिए इस वायरस को फैलने से रोकना जरूरी है।
संक्रमण चार अलग-अलग स्ट्रेन के वायरस से फैलता है जिन्हें सीरोटाइप कहा जाता है। स्ट्रेन से डेंगू घातक रूप भी ले सकता है डेंगू हेमरेजिक फीवर और डेंगू शॉक सिंड्रोम। लेकिन इसका सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को होता है।
भूख नहीं लगती- वयस्कों की तरह ही बच्चों के शरीर पर लाल रैशेज हो जाते हैं। बच्चे को भूख न लगाना, मुंह का स्वाद खराब होना डेंगू के ही लक्षण हैं। सिर दर्द, बदन दर्द, जोड़ों आदि में दर्द की शिकायत डेंगू के ही लक्षण हैं। लगातार प्लेटलेट्स का स्तर कम होना। बच्चा बार-बार चक्कर आने की शिकायत करता है।
कमजोरी महसूस होना- डेंगू के कारण बच्चों का ब्लड प्रेशर भी लो हो सकता है। बच्चे में चलने-फिरने की हिम्मत नहीं रहती। बच्चे की खेलकूद में कोई रूचि नहीं रहती। वह आराम करना चाहता है।
डिहाइड्रेशन – डेंगू के मरीजों के लिए डिहाइड्रेशन सबसे आम समस्या है। डेंगू के मरीजों को मच्छर के काटने पर तेज बुखार आता है,वोमिंटिंग होती है। ऐसे में मरीजों की बॉडी में पानी की कमी को पूरा करना जरूरी है।
हर शख्स को ज़िंदगी में 4 बार ही डेंगू हो सकता है। इसकी वजह है डेंगू के 4 तरह के वायरस की मौजूदगी। जिस तरह का डेंगू एक बार हो जाता है उसी तरह का डेंगू उस शरीर में दुबारा नहीं होता क्योंकि उसके ऐंटिबॉडी बन जाते हैं।
बचाव के उपाय – मच्छरों से बचाने का हर सम्भव प्रयास करें। मच्छरदानी में सोये व पूरी बांह के कपड़े पहनाएं आदि।
ऐसे में खूब तरल पदार्थ पिलाएं। पानी की कमी को पूरा करना बहुत जरूरी है। लिक्वड चीजों का सेवन करें।
ऊर्जा से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे चावल और दूध का सेवन करें।
विटामिन K से भरपूर खाद्य पदार्थ खाएं जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां जो रक्त के थक्के जमने के लिए आवश्यक हैं।
खून की कमी को पूरा करने के लिए आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए विटामिन सी से भरपूर फूड का सेवन करें।
ऐसे फूड का सेवन करने से बचें जो वसा से भरपूर हों क्योंकि उन्हें पचाना मुश्किल होता है।
डेंगू मच्छर के काटने के बाद अगर मरीज में उसके लक्षण दिखने लगे हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।